बंधुओं को अपनाना

Verses

श्लोक #५२१
यद्यपि निर्धन हो गये, पहले कृत उपकार ।
कहते रहे बखान कर, केवल नातेदार ॥

Tamil Transliteration
Patratra Kannum Pazhaimaipaa Raattudhal
Sutraththaar Kanne Ula.

Explanations
श्लोक #५२२
बन्धु-वर्ग ऐसा मिले, जिसका प्रेम अटूट ।
तो वह दे संपत्ति सब , जिसकी वृद्धि अटूट ॥

Tamil Transliteration
Virupparaach Chutram Iyaiyin Arupparaa
Aakkam Palavum Tharum.

Explanations
श्लोक #५२३
मिलनसार जो है नहीं, जीवन उसका व्यर्थ ।
तट बिन विस्तृत ताल ज्यों, भरता जल से व्यर्थ ॥

Tamil Transliteration
Alavalaa Villaadhaan Vaazhkkai Kulavalaak
Kotindri Neernirain Thatru.

Explanations
श्लोक #५२४
अपने को पाया धनी, तो फल हो यह प्राप्त ।
बन्धु-मंडली घिर रहे, यों रहना बन आप्त ॥

Tamil Transliteration
Sutraththaal Sutrap Pataozhukal Selvandhaan
Petraththaal Petra Payan.

Explanations
श्लोक #५२५
मधुर वचन जो बोलता, करता भी है दान ।
बन्धुवर्ग के वर्ग से, घिरा रहेगा जान ॥

Tamil Transliteration
Kotuththalum Insolum Aatrin Atukkiya
Sutraththaal Sutrap Patum.

Explanations
श्लोक #५२६
महादान करते हुए, जो है क्रोध-विमुक्त ।
उसके सम भू में नहीं, बन्धुवर्ग से युक्त ॥

Tamil Transliteration
Perungotaiyaan Penaan Vekuli Avanin
Marungutaiyaar Maanilaththu Il.

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श्लोक #५२७
बिना छिपाये काँव कर, कौआ खाता भोज्य ।
जो हैं उसी स्वभाव के, पाते हैं सब भोग्य ॥

Tamil Transliteration
Kaakkai Karavaa Karaindhunnum Aakkamum
Annanee Raarkke Ula.

Explanations
श्लोक #५२८
सब को सम देखे नहीं, देखे क्षमता एक ।
इस गुण से स्थायी रहें, नृप के बन्धु अनेक ॥

Tamil Transliteration
Podhunokkaan Vendhan Varisaiyaa Nokkin
Adhunokki Vaazhvaar Palar.

Explanations
श्लोक #५२९
बन्धु बने जो जन रहे, तोड़े यदि बन्धुत्व ।
अनबन का कारण मिटे, तो बनता बन्धुत्व ॥

Tamil Transliteration
Thamaraakik Thatrurandhaar Sutram Amaraamaik
Kaaranam Indri Varum.

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श्लोक #५३०
कारण बिन जो बिछुड़ कर, लौटे कारण साथ ।
साध-पूर्ति कर नृप उसे, परख, मिला के साथ ॥

Tamil Transliteration
Uzhaippirindhu Kaaranaththin Vandhaanai Vendhan
Izhaith Thirundhu Ennik Kolal.

Explanations
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