श्लोक - ५३०

श्लोक 530
श्लोक #५३०
कारण बिन जो बिछुड़ कर, लौटे कारण साथ ।
साध-पूर्ति कर नृप उसे, परख, मिला के साथ ॥

Tamil Transliteration
Uzhaippirindhu Kaaranaththin Vandhaanai Vendhan
Izhaith Thirundhu Ennik Kolal.

Sectionअर्थ- कांड
Chapter Groupअध्याय 039 to 050
chapterबंधुओं को अपनाना