श्लोक - ९९४
नीतिधर्मसमेतानां परोपकृतिशालिनाम् ।
महात्मनां गुणं लोका: प्रशंसन्ति मदान्विता: ॥
Tamil Transliteration
Nayanotu Nandri Purindha Payanutaiyaar
Panpupaa Raattum Ulaku.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 101 to 108 |
chapter | अनुसृत्य प्रवर्तनम् |