श्लोक - ९९३
जनै: साकं देशसाम्यान्न भेदनुवर्तनम् ।
गुणेन साम्यमेभिस्तु भवेच्छन्दानुवर्तनम् ॥।
Tamil Transliteration
Uruppoththal Makkaloppu Andraal Veruththakka
Panpoththal Oppadhaam Oppu.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 101 to 108 |
chapter | अनुसृत्य प्रवर्तनम् |