श्लोक - ७४९
स्थित्वैवान्त: परान् युद्धे जेतुं शक्तैभटोत्तमै: ।
प्राप्तो महत्त्वं ख्यातश्च दुर्गो भवति सार्थक: ॥
Tamil Transliteration
Munaimukaththu Maatralar Saaya Vinaimukaththu
Veereydhi Maanta Tharan.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 061 to 070 |
chapter | दुर्ग: |