श्लोक - ६५०
अधीतग्रन्थमन्येषां ये बोधयितुमक्षमा: ।
निर्गन्धफुल्लकुसुमै: ते भजन्ते समानताम् ॥
Tamil Transliteration
Inaruzhththum Naaraa Malaranaiyar Katradhu
Unara Viriththuraiyaa Thaar.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 051 to 060 |
chapter | वाग्मित्वम् |