श्लोक - ६३३
रिपुपक्षजनत्यक्ता स्वपक्षजनरक्षक: ।
गातानां पुनरानेता भवेत् सचिवसत्तम: ॥
Tamil Transliteration
Piriththalum Penik Kolalum Pirindhaarp
Poruththalum Valla Thamaichchu.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 051 to 060 |
chapter | अमात्य: |