श्लोक - ६२१
प्राप्तेऽपि व्यसने खेदं त्यक्तवोत्साहपरो भव ।
खापनोदनपटुरुत्साहानास्ति कश्चन ॥
Tamil Transliteration
Itukkan Varungaal Nakuka Adhanai
Atuththoorvadhu Aqdhoppa Thil.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | औत्सुक्यम् |