श्लोक - ४९९
दुर्गस्थलविहीनोऽपि प्रभावरहितोऽपि च ।
जेतुं न शक्यो भूपाल: स्वस्थले निवसेद्यदि ॥
Tamil Transliteration
Sirainalanum Seerum Ilareninum Maandhar
Urainilaththotu Ottal Aridhu.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | unknown 50 |