श्लोक - ४९८
अल्पसैन्यवतो राज्ञो गुप्तस्थलमुपेयुष: ।
समक्षं बहुसैन्यानामीशोऽपि लयमाप्नुयात् ॥
Tamil Transliteration
Sirupataiyaan Sellitam Serin Urupataiyaan
Ookkam Azhindhu Vitum.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | unknown 50 |