श्लोक - ४४३
महात्मन: समाश्रित्य स्ववशे तान् करोति य: ।
महच्भाग्यं तदेवास्य किमन्यैर्भाग्यकोटिभि: ॥
Tamil Transliteration
Ariyavatru Lellaam Aridhe Periyaaraip
Penith Thamaraak Kolal.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 039 to 050 |
chapter | unknown 45 |