श्लोक - ३६६

श्लोक 366
श्लोक #३६६
आशा समयमालक्ष्य पातयेत् जन्मबन्धने।
निराशारक्षणं तस्माच्छ्रेष्ठो धर्म: प्रगीयते॥

Tamil Transliteration
Anjuva Thorum Arane Oruvanai
Vanjippa Thorum Avaa.

Sectionभाग–१: धर्मकाण्ड
Chapter Groupअधिकार 021 to 030
chapterनिराशा