श्लोक - ३६५
ते जन्मरहिता ज्ञेया ये निराशास्तु सर्वत:।
आशायुतानां नि:शेषं बन्धमुक्तिर्न जायते॥
Tamil Transliteration
Atravar Enpaar Avaaatraar Matraiyaar
Atraaka Atradhu Ilar.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 021 to 030 |
chapter | निराशा |