श्लोक - ३६१
अनुस्यूतं प्रवृत्तस्य सर्वदा सर्वजन्तुषु।
संसारमय दु:खस्य बीजमाशेत्युदीर्यते॥
Tamil Transliteration
Avaaenpa Ellaa Uyirkkum Enj Gnaandrum
Thavaaap Pirappeenum Viththu.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
---|---|
Chapter Group | अधिकार 021 to 030 |
chapter | निराशा |