श्लोक - ३२६
अवधाख्ये वरे धर्मे विद्यमानस्य शाश्वतम्।
जीवितेऽग्रये कृतान्तोऽपि न विशेत् प्राणभक्षक:॥
Tamil Transliteration
Kollaamai Merkon Tozhukuvaan Vaazhnaalmel
Sellaadhu Uyirunnung Kootru.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
---|---|
Chapter Group | अधिकार 021 to 030 |
chapter | अवध: |