श्लोक - २
ईशस्य ज्ञानरूपस्य विना पादनिषेवणम् ।
सन्त्वधीतानि शास्त्रणि न तैरस्ति प्रयोजनम ॥
Tamil Transliteration
Katradhanaal Aaya Payanenkol Vaalarivan
Natraal Thozhaaar Enin.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 001 to 010 |
chapter | ईश्वरवन्दनम् |