श्लोक - ३
भक्तानां मानसाम्भोजवासिने जगदीशितु: ।
भजतां पादयुगलं जायन्ते नित्यसम्पद ॥
Tamil Transliteration
Malarmisai Ekinaan Maanati Serndhaar
Nilamisai Neetuvaazh Vaar.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
---|---|
Chapter Group | अधिकार 001 to 010 |
chapter | ईश्वरवन्दनम् |