श्लोक - १
अकारादेव निर्यान्ति समस्तान्यक्षराणि च ।
चराचरप्रपञ्चोऽय मीश्वरादेव जायते ॥
Tamil Transliteration
Akara Mudhala Ezhuththellaam Aadhi
Pakavan Mudhatre Ulaku.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 001 to 010 |
chapter | ईश्वरवन्दनम् |