श्लोक - २६
सर्वेन्द्रियजयाख्यानं कर्मान्यैर्दुष्करं जनै: ।
ये कुर्वन्त्युत्तमास्ते स्यु: अन्येत्वधम मध्यमा: ॥
Tamil Transliteration
Seyarkariya Seyvaar Periyar Siriyar
Seyarkariya Seykalaa Thaar.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 001 to 010 |
chapter | यतिवैभवम् |