श्लोक - २६८
पश्यन्तमात्मनाऽऽत्मानं तपस्यन्तं जितेन्द्रियम्।
सर्वे नरा नमस्यन्ति बहुमानपुरस्सरम्॥
Tamil Transliteration
Thannuyir Thaanarap Petraanai Enaiya
Mannuyi Rellaan Thozhum.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 021 to 030 |
chapter | तप: |