श्लोक - २६९
शापेऽप्यनुग्रहे चैव शक्तिमन्तस्तपस्विन:
कालपाशविनिर्मुक्ता: प्राप्नुवन्ति परां गतिम्॥
Tamil Transliteration
Kootram Kudhiththalum Kaikootum Notralin
Aatral Thalaippat Tavarkkul.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 021 to 030 |
chapter | तप: |