श्लोक - २४६
जना: प्राणिदयाहीना: प्राणिनो हिंसयन्ति ये।
धर्मत्यागागतं जन्मदु:खं नाद्यापि तै: स्मृतम्॥
Tamil Transliteration
Porulneengip Pochchaandhaar Enpar Arulneengi
Allavai Seydhozhuku Vaar.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
---|---|
Chapter Group | अधिकार 021 to 030 |
chapter | दया |