श्लोक - २१२
लोकोपकर्तृभिर्वित्तं प्रयत्नात् समुपार्जितम्।
सत्पात्रे दीयमानं सत् प्रयोजनकरं भवेत्॥
Tamil Transliteration
Thaalaatrith Thandha Porulellaam Thakkaarkku
Velaanmai Seydhar Poruttu.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | लोकोपकारिता |