श्लोक - २१३
लोकोपकारिताख्येन धर्मेण भुवि जीवनात्।
सत्कार्यमुत्तमं नास्ति स्वर्गे वा भूतलेऽपि वा॥
Tamil Transliteration
Puththe Lulakaththum Eentum Peralaridhe
Oppuravin Nalla Pira.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | लोकोपकारिता |