श्लोक - २११
मेघानं वर्षतां नित्यं कि साह्यं कुर्वते जना:।
मेघतुल्या महान्तोऽपि निष्काममुपकुर्वते॥
Tamil Transliteration
Kaimmaaru Ventaa Katappaatu Maarimaattu
En Aatrung Kollo Ulaku.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
---|---|
Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | लोकोपकारिता |