श्लोक - १९७
अधर्मसहितं वाक्यं महान्त: कथयन्त्वपि ।
अप्रयोजकवाक्यानि वर्जनीयानि तैरपि ॥
Tamil Transliteration
Nayanila Sollinunj Cholluka Saandror
Payanila Sollaamai Nandru.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | वृथालापनिषेध: |