श्लोक - १९६
निरर्थकानां वाक्यानां प्रयोक्ता य: पुन: पुन: ।
न नर: स हि मन्तव्यो ऋजीषं स्यान्नरेष्वयम् ॥
Tamil Transliteration
Payanil Sol Paaraattu Vaanai Makanenal
Makkat Padhati Yenal.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | वृथालापनिषेध: |