श्लोक - १९८
मोक्षाद्युत्तमलाभार्थे मीमांसन्ते मिथस्तु ये ।
अल्पलाभकरं वाक्यं न ते ब्रूयुर्मनीषिण: ॥
Tamil Transliteration
Arumpayan Aayum Arivinaar Sollaar
Perumpayan Illaadha Sol.
Section | भाग–१: धर्मकाण्ड |
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Chapter Group | अधिकार 011 to 020 |
chapter | वृथालापनिषेध: |