श्लोक - १३२९
विप्रलम्भं पुन: शोभायुतेयं कुरुतात् प्रिया ।
सम्प्रार्थ्य ?त् कोपशान्त्यै मम रात्रिर्विवर्धताम् ॥
Tamil Transliteration
Ootuka Manno Oliyizhai Yaamirappa
Neetuka Manno Iraa.
Section | भाग–३: काम-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 121 to 133 |
chapter | विप्रलम्भसुखम् |