श्लोक - १२८७
बुध्वापि यत्नवैफल्यं विप्रलंभं करोति सा ।
प्रवाहाकर्षणगुणं ज्ञात्वाऽप्येनं विशेद्यता ॥
Tamil Transliteration
Uyththal Arindhu Punalpaai Pavarepol
Poiththal Arindhen Pulandhu.
Section | भाग–३: काम-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 121 to 133 |
chapter | संभोगत्वरा |