श्लोक - १२५१
लज्जारूपार्गलोपेतं कवाटं धैर्यनामकम् ।
कामनामकुठारोऽय भिनत्ति शतधा किल ॥
Tamil Transliteration
Kaamak Kanichchi Utaikkum Niraiyennum
Naanuththaazh Veezhththa Kadhavu.
Section | भाग–३: काम-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 121 to 133 |
chapter | धैर्यहानि: |