श्लोक - १२०३
क्षुतं प्राङ्निस्सेरदास्यात् स्थगितं तद्भवेत्तत: ।
ज्ञायते तेन मां स्मृत्वा प्रियो व्यस्मरदिप्यपि ॥
Tamil Transliteration
Ninaippavar Pondru Ninaiyaarkol Thummal
Sinaippadhu Pondru Ketum.
Section | भाग–३: काम-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 121 to 133 |
chapter | अनुभृतसुखं स्मृत्वा रोदनम् |