श्लोक - ११८४
स्मरामि नायकेनोक्तं तद्वीर्य च वदाम्यहम् ।
अथापि जातं वैवर्ण्य, न जाने वञ्चनामिमाम् ॥
Tamil Transliteration
Ulluvan Manyaan Uraippadhu Avardhiramaal
Kallam Piravo Pasappu.
Section | भाग–३: काम-काण्ड |
---|---|
Chapter Group | अध्याय 121 to 133 |
chapter | वैवर्ण्यमूलकव्यसनम् |