श्लोक - ११७४
अनिवार्य कामरोगं शाश्वतं मम चक्षुषी ।
मह्मं दत्त्वा क्रन्दितुं ते ह्यशक्ते नीरवर्जिते
Tamil Transliteration
Peyalaatraa Neerulandha Unkan Uyalaatraa
Uyvilnoi Enkan Niruththu.
Section | भाग–३: काम-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 121 to 133 |
chapter | नायकदिदृक्षामृलकखेद: |