वर्षा- महत्व

Verses

श्लोक #११
उचित समय की वृष्टि से, जीवित है संसार ।
मानी जाती है तभी, वृष्टि अमृत की धार ॥

Tamil Transliteration
Vaannindru Ulakam Vazhangi Varudhalaal
Thaanamizhdham Endrunarar Paatru.

Explanations
श्लोक #१२
आहारी को अति रुचिर‍, अन्नरूप आहार ।
वृष्ति सृष्टि कर फिर स्वयं, बनती है आहार ॥

Tamil Transliteration
Thuppaarkkuth Thuppaaya Thuppaakkith Thuppaarkkuth
Thuppaaya Thooum Mazhai.

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श्लोक #१३
बादल-दल बरसे नहीं, यदि मौसम में चूक ।
जलधि-धिरे भूलोक में, क्षुत से हो आति हूक ॥

Tamil Transliteration
Vinindru Poippin Virineer Viyanulakaththu
Ulnindru Utatrum Pasi.

Explanations
श्लोक #१४
कर्षक जन से खेत में, हल न चलाया जाय ।
धन-वर्षा-संपत्ति की, कम होती यदि आय ॥

Tamil Transliteration
Erin Uzhaaar Uzhavar Puyalennum
Vaari Valangundrik Kaal.

Explanations
श्लोक #१५
वर्षा है ही आति प्रबल, सब को कर बरबाद ।
फिर दुखियों का साथ दे, करे वही आबाद ॥

Tamil Transliteration
Ketuppadhooum Kettaarkkuch Chaarvaaimar Raange
Etuppadhooum Ellaam Mazhai.

Explanations
श्लोक #१६
बिना हुए आकाश से, रिमझिम रिमझिम वृष्टि ।
हरि भरी तृण नोक भी, आयेगी नहीं दृष्टि ॥

Tamil Transliteration
Visumpin Thuliveezhin Allaalmar Raange
Pasumpul Thalaikaanpu Aridhu.

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श्लोक #१७
घटा घटा कर जल‍धि को, यदि न करे फिर दान ।
विस्तृत बड़े समुद्र का, पानी उतरा जान ॥

Tamil Transliteration
Netungatalum Thanneermai Kundrum Thatindhezhili
Thaannalkaa Thaaki Vitin.

Explanations
श्लोक #१८
देवाराधन नित्य का, उत्सव सहित अमंद ।
वृष्टि न हो तो भूमि पर, हो जावेगा बंद ॥

Tamil Transliteration
Sirappotu Poosanai Sellaadhu Vaanam
Varakkumel Vaanorkkum Eentu.

Explanations
श्लोक #१९
इस विस्तृत संसार में, दान पुण्य तप कर्म ।
यदि पानी बरसे नहीं, टिकें न दोनों कर्म ॥

Tamil Transliteration
Thaanam Thavamirantum Thangaa Viyanulakam
Vaanam Vazhangaa Thenin.

Explanations
श्लोक #२०
नीर बिना भूलोक का, ज्यों न चले व्यापार ।
कभी किसी में नहिं टिके, वर्षा बिन आचार ॥

Tamil Transliteration
Neerindru Amaiyaadhu Ulakenin Yaaryaarkkum
Vaanindru Amaiyaadhu Ozhukku.

Explanations
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