श्लोक - ९९१
सौलभ्येन समै: साकमनुसृत्य प्रवर्तनात् ।
विशिष्टगुणसम्प्राप्ति: सुलभेति सतां मतम् ।
Tamil Transliteration
Enpadhaththaal Eydhal Elidhenpa Yaarmaattum
Panputaimai Ennum Vazhakku.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
---|---|
Chapter Group | अध्याय 101 to 108 |
chapter | अनुसृत्य प्रवर्तनम् |