श्लोक - ८८७

श्लोक 887
श्लोक #८८७
बहिर्यथा ताम्रखण्डौ युक्तौ स्यातां न चान्तरा ।
तथाऽन्त:शत्रवोऽन्योन्यं बहिर्युक्तौ न वै हृदा ॥

Tamil Transliteration
Seppin Punarchchipol Kootinum Kootaadhe
Utpakai Utra Kuti.

Sectionभाग–२: अर्थ-काण्ड
Chapter Groupअध्याय 91 to 100
chapterआन्तरवैरम्