श्लोक - ८८६
स्वाश्रितेष्वान्तरं वैरं य: कश्चित्कुरुते यदि ।
न तस्य मरणाभावो भविष्यति कदाचन ॥
Tamil Transliteration
Ondraamai Ondriyaar Katpatin Egngnaandrum
Pondraamai Ondral Aridhu.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 91 to 100 |
chapter | आन्तरवैरम् |