श्लोक - ८७२
चापाख्यलाङ्गलकरै: वीरैर्वैरं न दु:खदम् ।
वागाख्यलाङ्गलकरैर्बुधैर्वैरं न साम्प्रतम् ॥
Tamil Transliteration
Viller Uzhavar Pakaikolinum Kollarka
Soller Uzhavar Pakai.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 91 to 100 |
chapter | विरोवतत्त्वपरिज्ञानम् |