श्लोक - ८७०
अज्ञातनीतिशास्त्रैस्तु साकं वैरं फलप्रदम् ।
तथा कर्तुमशक्तो यस्तस्य कीर्तिर्न सिध्यति ॥
Tamil Transliteration
Kallaan Vekulum Siruporul Egngnaandrum
Ollaanai Ollaa Tholi.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 91 to 100 |
chapter | शत्रुनिर्णय: |