श्लोक - ८३७
मूढस्य यदि लभ्येत् धनं तेन परे जना: ।
प्राप्नुयु: सकलं सौख्यं न लाभो बन्धुमित्रयो: ॥
Tamil Transliteration
Edhilaar Aarath Thamarpasippar Pedhai
Perunjelvam Utrak Katai.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 91 to 100 |
chapter | मौढ्यम् |