श्लोक - ८३६

श्लोक 836
श्लोक #८३६
अजानता क्रियातत्त्वं मूढेनारब्धकर्म तु ।
विघ्नितं नैति पूर्णत्वं कर्तारमपि नाशयेत् ॥

Tamil Transliteration
Poipatum Ondro Punaipoonum Kaiyariyaap
Pedhai Vinaimer Kolin.

Sectionभाग–२: अर्थ-काण्ड
Chapter Groupअध्याय 91 to 100
chapterमौढ्यम्