श्लोक - ७७८
प्राणान् तृणसमान् मत्वा प्रविशन्तो रणाङ्गणम् ।
वीरा भूपैर्वारिताश्च विरमन्ति न ते तत: ॥
Tamil Transliteration
Urinuyir Anjaa Maravar Iraivan
Serinum Seerkundral Ilar.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 081 to 090 |
chapter | सेनादार्ढ्यम् |