श्लोक - ७७५
रिपुशूलागमं रोषात् पश्यतो नयानद्वयम् ।
सनिमेषं यदि भवेत् तत् पराजयलक्षणम् ॥
Tamil Transliteration
Vizhiththakan Velkona Teriya Azhiththimaippin
Ottandro Vanka Navarkku.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 081 to 090 |
chapter | सेनादार्ढ्यम् |