श्लोक - ७५५
दयाप्रीती परित्यज्य क्रियमाणं धनार्जनम् ।
नैवानन्दकरं भूयादिति मत्वा परित्यजेत् ॥
Tamil Transliteration
Arulotum Anpotum Vaaraap Porulaakkam
Pullaar Purala Vital.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 071to 080 |
chapter | अर्थार्जनोपाय: |