श्लोक - ७५६
नाथहीनं धनं घट्टशुल्कमूलागतं धनम् ।
जितारिसविधावाप्तकरो राज्ञां धनं भवेत् ॥
Tamil Transliteration
Uruporulum Ulku Porulumdhan Onnaarth
Theruporulum Vendhan Porul.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 071to 080 |
chapter | अर्थार्जनोपाय: |