श्लोक - ७४३
औन्नत्यदैर्घ्यनिर्भेदस्थैर्यैर्युक्तं चतुर्विधै: ।
प्रकारं दुर्गशब्दएन ब्रुवते शास्त्रवेदिन: ॥
Tamil Transliteration
Uyarvakalam Thinmai Arumaiin Naankin
Amaivaran Endruraikkum Nool.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 061 to 070 |
chapter | दुर्ग: |