श्लोक - ७३६
परैरनाश्य: सततं क्कचित् प्राप्तोऽपि नाश्यताम् ।
समृद्धिसहितो देशो देशेषूत्तमतां व्रजेत् ॥
Tamil Transliteration
Ketariyaak Ketta Itaththum Valangundraa
Naatenpa Naattin Thalai.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 061 to 070 |
chapter | देश्: |