श्लोक - ७३३
देशान्तरादागतानां जनानां वहनात् स्वयम् ।
वस्तून्युत्पाध राज्ञे च दानाद् देश इति स्मृत: ॥
Tamil Transliteration
Poraiyorungu Melvarungaal Thaangi Iraivarku
Iraiyorungu Nervadhu Naatu.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 061 to 070 |
chapter | देश्: |