श्लोक - ७२९
अधीतज्ञातविद्यांस्तान् विद्वद्गोष्ठयां च भाषितुम् ।
भीतानज्ञातविद्योभ्योऽप्यधमान् मन्यते जन: ॥
Tamil Transliteration
Kallaa Thavarin Kataiyenpa Katrarindhum
Nallaa Ravaiyanju Vaar.
Section | भाग–२: अर्थ-काण्ड |
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Chapter Group | अध्याय 051 to 060 |
chapter | सभाकम्पविहीनता |